Thursday, July 19, 2012

मारुति कारखाने में हिंसा मामले में 100 कर्मचारी गिरफ्तार

मारुति कारखाने में हिंसा मामले में 100 कर्मचारी गिरफ्तार

Thursday, 19 July 2012 15:26

मानेसर :गुड़गांव, 19 जुलाई (एजेंसी) हरियाणा पुलिस ने आज  मारुति कारखाने में हिंसा के सिलसिले में 100 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया।

मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर कारखाने में हिंसा की घटना के सिलसिले में पुलिस ने 100 कर्मचारियों को आज गिरफ्तार किया। कल वहां हिंसा और आगजनी की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी जबकि 50 अन्य जख्मी हो गये थे।
पुलिस के अनुसार जिस व्यक्ति की कल आगजनी की घटना में मौत हुई वह अवनीश कुमार देव थे जो कारखाने में महाप्रबंधक :मानव संसाधन: थे। एक कर्मचारी के निलंबन को लेकर तीखी बहस के बाद हिंसा की घटना हुई जिसमें उनकी मौत हो गयी।
मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि मानेसर कारखाना बंद है और उत्पादन नहीं हो रहा है। संयंत्र की 5.5 लाख इकाई सालाना उत्पादन क्षमता है। इसमें स्विफ्ट, डिजायर, एस एक्स 4 तथा ए-स्टार माडल का निर्माण किया जाता है। इस कारखाने में पिछले वर्ष तीन मौकों पर हड़ताल हुई थी।
चंडीगढ़ में हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेट्र से कहा कि अबतक करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ और गिरफ्तारी की जा सकती है।
कारखाने में हिंसा के बाद सरकार की तरफ से की गयी कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, ''उन्हें हत्या, हत्या का प्रयास तथा संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर विभिन्न आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है।
हरियाणा के मुख्य सचिव पी के चौधरी ने कहा कि मारुति के मानेसर कारखाने में हिंसा की घटना को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने सहायक पुलिस आयुक्त :गुड़गांव: रविन्द्र तोमर के नेतृत्व जांच दल का गठन किया है।

उन्होंने आश्वस्त किया कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं होगा। 
सुरजेवाला और राज्य के श्रम मंत्री शिवचरण लाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाये रखना है। उन्होंने कहा कि चाहे कितनी भी 
उकसावे वाली कार्रवाई क्यों नहीं की गयी हो, कर्मचारियों की हिंसा तथा संपत्ति को 
नुकसान पहुंचाने के किसी भी कदम को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। 
शर्मा ने कहा, ''सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने को लेकर प्रतिबद्ध है। हम उम्मीद करते हैं कि चीजें जल्दी ही सामान्य हो जाएंगी।''
यह पूछे जाने पर कि क्या मामले में किसी निहित स्वार्थी तत्व का हाथ है, सुरजेवाला ने कहा कि गुड़गांव-मानेसर में कुछ निश्चित प्रकार की राजनीतिक सोच है जो औद्योगिक मोर्चे पर राज्य की प्रगति से ईर्ष्या करती हैं और वे राज्य के औद्योगिक विकास को बाधित करना चाहती हैं।
बहरहाल, मंत्री ने कहा कि बातचीत के लिये माहौल अनुकूल होते ही श्रम विभाग कर्मचारियों तथा प्रबंधन के बीच मेल-मिलाप के लिये प्रयास शुरू करेगा। 
विपक्षी आईएनएलडी ने हुड्डा सरकार की निंदा की और कहा कि वह कर्मचारियों के मुद्दे को सुलझाने में विफल रही है।    
गुड़गांव जिले के पुलिस उपायुक्त महेश्वर दयाल ने कहा कि इलाके के आसपास 1,200 पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं।  
कारखाने की स्थिति का जायजा लेने वाले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक रनजीव सिंह दलाल ने कहा, ''इस प्रकार की हिंसा को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता। इस घटना के पीछे जिनका भी हाथ है, हम उन्हें तुरंत गिरफ्तार करेंगे।''

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