| Thursday, 19 July 2012 12:31 |
अपने ब्लॉग में उन्होंने कहा, ''मैंने पहली बार उन्हें फिल्म मैग्जीन के कवर पर देखा । उसके बाद मेरी मां मुझे फिल्म 'अराधना' दिखाने ले गईं , उसके तुरंत बाद मुझे उनके साथ 'आनंद' में काम करने का मौका मिला । यह चमत्कार जैसा था । भगवान का आशीर्वाद जिसने मुझे प्रतिष्ठा दी । किसी को मालूम पड़ता कि मैं राजेश खन्ना के साथ काम कर रहा हूं तो मेरी महत्ता बढ जाती थी । '' |
Thursday, July 19, 2012
काका के अंतिम शब्द थे ‘टाइम हो गया है, पैक अप’
काका के अंतिम शब्द थे 'टाइम हो गया है, पैक अप'
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