Monday, August 31, 2015

प्रो. एम एम कालबुर्गी की शहादत पर ........ गोलियों से तेज चलते हैं विचार-----

   
Jeevesh Prabhakar
August 31 at 4:44pm
 
प्रो. एम एम कालबुर्गी की शहादत पर ........ 

गोलियों से तेज चलते हैं विचार----- 

मैं घिरा हुआ हूं 
असंख्य आतताइयों से 
जो भून देना चाहते हैं मुझे 
पहले ही वार में , 
बारूद के असीमित जखीरे के मुकाबिल 
विचारों से लैस हूं मैं,यथासंभव । 
जंग जारी है 
विचार और औजार की 
हर मोर्चे पर 
सदियों से अनवरत,असमाप्य । 
मैं जानता हूं , कि ऊर्जा 
हुए जाते हैं विचार ,और 
कहीं ज्यादा भयभीत हुए जाते हैं वो, 
जो छलनी कर देना चाहते हैं मुझे । 
पर मैं आश्वस्त हूं 
कि ऊर्जा अविनाशी है, और 
गोलियों से तेज चलते हैं विचार । 

जीवेश प्रभाकर

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